Tuesday, March 10, 2015

भारत पहुंचा दुनिया का पहला 'सोलर प्लेन'

भारत पहुंचा दुनिया का पहला 'सोलर प्लेन'






पांच महीने की अपनी यात्रा में ये विमान सभी महाद्वीपों की सैर करेगा। इस दौरान ये प्रशांत और अटलांटिक महासागरों को भी पार करेगा। इस उड़ान का मकसद बिना प्रदूषण वाली तकनीकों को बढ़ावा देना है। 


मदन मोहन सक्सेना

Wednesday, March 4, 2015

होली है

रंगों का त्योहार होली, हर बार की तरह इस बार भी आया है। उल्लास और खुशियां लेकर। हमेशा की तरह। ...लेकिन वक्त है कि थमता नहीं। अपने साथ बस यादों का गुलदस्ता और बड़ा बनाता चला जा रहा है। लेकिन होली का त्योहार इस गुलदस्ते के रंग-बिरंगे खुशबु वाले फूलों का गुलदस्ता बनकर फिर हमारा साथ देने आया है। यह
रंगों का त्योहार आपके जीवन में हर रंग घोले। आप सब विस्तार पाओ, अपनी सीमाओं में, आकांक्षाओं में। तरक्की करें। आगे बढ़ें।...शुभकामनाओं के साथ आप सब को बहुत बहुत होली मुबारक

होली है
मन से मन भी मिल जाये , तन से तन भी मिल जाये
प्रियतम ने प्रिया से आज मन की बात खोली है

मौसम आज रंगों का छायी अब खुमारी है
चलों सब एक रंग में हो कि आयी आज होली है

ले के हाथ हाथों में, दिल से दिल मिला लो आज
यारों कब मिले मौका अब छोड़ों ना कि होली है

क्या जीजा हों कि साली हों ,देवर हो या भाभी हो
दिखे रंगनें में रंगानें में , सभी मशगूल होली है

ना शिकबा अब रहे कोई , ना ही दुश्मनी पनपे
गले अब मिल भी जाओं सब, आयी आज होली है

प्रियतम क्या प्रिया क्या अब सभी रंगने को आतुर हैं
चलो हम भी बोले होली है तुम भी बोलो होली है .

मदन मोहन सक्सेना























रंगों का त्योहार होली, हर बार की तरह इस बार भी आया है। उल्लास और खुशियां लेकर। हमेशा की तरह। ...लेकिन वक्त है कि थमता नहीं। अपने साथ बस यादों का गुलदस्ता और बड़ा बनाता चला जा रहा है। लेकिन होली का त्योहार इस गुलदस्ते के रंग-बिरंगे खुशबु वाले फूलों का गुलदस्ता बनकर फिर हमारा साथ देने आया है। यह
रंगों का त्योहार आपके जीवन में हर रंग घोले। आप सब विस्तार पाओ, अपनी सीमाओं में, आकांक्षाओं में। तरक्की करें। आगे बढ़ें।...शुभकामनाओं के साथ आप सब को बहुत बहुत होली मुबारक

ना शिकबा अब रहे कोई ,ना ही दुश्मनी पनपे 
गले अब मिल भी जाओं सब, कि आयी  आज होली है  
प्रियतम क्या प्रिया क्या अब सभी रंगने को आतुर हैं 
चलो हम भी बोले होली है  तुम भी बोलो होली है . 

मदन मोहन सक्सेना




Tuesday, December 30, 2014

नब बर्ष (२०१५ )

नब बर्ष (२०१५ ) की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।

मंगलमय हो आपको नब बर्ष का त्यौहार
जीवन में आती रहे पल पल नयी बहार
ईश्वर से हम कर रहे हर पल यही पुकार
इश्वर की कृपा रहे भरा रहे घर द्वार










मदन मोहन सक्सेना


Thursday, December 11, 2014

जन्म दिन की अनेकानेक बधाई।

आज मेरी श्रीमती  का जन्म है।  जन्म दिन की अनेकानेक बधाई।

मंगलमय हो प्रिये तुम्हें ये दिन सौ सौ बार
लक्ष्मी की कृपा रहे भरा रहे घर द्वार
ईश्वर से हम कर रहे हर पल ये ही पुकार
जीबन में आती रहे हर पल नयी बहार




Monday, December 1, 2014

मेरी ग़ज़ल जय विजय ,बर्ष -१ , अंक 3 ,दिसम्बर २०१४ में


 
 
 
 
 
प्रिय मित्रों मुझे बताते हुए बहुत ख़ुशी हो रही है कि मेरी ग़ज़ल जय विजय  ,बर्ष -१ , अंक 3  ,दिसम्बर   २०१४ में प्रकाशित हुयी है . आप भी अपनी प्रतिक्रिया से अबगत कराएँ .
 





अपनी जिंदगी गुजारी है ख्बाबों के ही सायें में 
ख्बाबों  में तो अरमानों के जाने कितने मेले हैं  

भुला पायेंगें कैसे हम ,जिनके प्यार के खातिर
सूरज चाँद की माफिक हम दुनिया में अकेले हैं  

महकता है जहाँ सारा मुहब्बत की बदौलत ही
मुहब्बत को निभाने में फिर क्यों सारे झमेले हैं  

ये उसकी बदनसीबी गर ,नहीं तो और फिर क्या है
जिसने पाया है बहुत थोड़ा ज्यादा गम ही झेले हैं

अपनी जिंदगी गुजारी है ख्बाबों के ही सायें में
ख्बाबों  में तो अरमानों के जाने कितने मेले हैं  

ग़ज़ल:
मदन मोहन सक्सेना
 

Monday, September 1, 2014

मुंबई गणपति मंडल २०१४ में विनायक के नाना स्वरुप















मुंबई गणपति मंडल २०१४ में  विनायक के नाना स्वरुप

मदन मोहन सक्सेना